घुटने का दर्द क्यों होता है - घुटने का दर्द कौन-कौन सी बीमारियों में ज्यादा होता है ! | घुटने के दर्द का सामाधान ...

Rahul Kushwaha
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 घुटने का दर्द क्यों होता है -


दोस्तों यहां हम जानेंगे कि घुटने का दर्द क्यों होता है, दोस्तों या बड़ा प्रश्न है हमारा घुटना जो कि 3 हड्डियों से मिलकर बना होता है ऊपर वाली हड्डी जिसे थाई बोन बोलते हैं और नीचे वाली हड्डी जिसे लेग बोन बोलते हैं और आगे की तरफ हड्डी जिसे पटेला बोन बोलते हैं यह तीनों हड्डियां जहां मिलती हैं उसे ही घुटनों का जोड़ कहा जाता है इन तीनों के ऊपर एक चिकनी पॉलिश लेयर होती है जिससे की जब भी इन तीनों हड्डियों में मोमेंट हो यह एक दूसरे से रगड़ नहीं खाती हैं !

दोस्तों जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे किसी भी कारण से जैसे कि चोट के कारण, जेनेटिक कारणों या बस बुढ़ापे के कारण यह पॉलिश धीरे -धीरे से घिसने लगता है और हड्डी हड्डी से टकराकर दर्द देने लग जाता है घुटनों में दर्द होने का यह एक बहुत ही बड़ा कारण है कभी-कभी चोट लगने के कारण भी घुटने में दर्द पैदा हो जाता है या कभी-कभी घुटनों में किसी प्रकार का सूजन भी घुटनो के दर्द का कारण बन सकता है।

घुटने का दर्द कौन-कौन सी बीमारियों में ज्यादा होता है !


पहला कारण है  बुढ़ापे में घुटने में किसी प्रकार का परिवर्तन होना यह जब होता है जब घुटने में चिकनाई खत्म हो जाती है !

दूसरा कारण है  कोई भी ऐसा कंडीशन जिसमें आपका शरीर अपने आप से लड़ने लग जाता है जिनको हम ऑटो इम्यून कंडीशन बोलते हैं !

तीसरा कारण है चोट लगना चोट कई अंगों में लग सकता है हड्डियों  में चिकनाई में या लिगामेंट्स , गद्दीओ में अगर फंस जाते हैं तो घुटने में दर्द हो सकता है।

चौथा और आखिरी कारण जिसको हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हम इसको इंफेक्शन बोलते हैं इंफेक्शन कहीं भी किसी भी अंग में हो सकता है हमारी बॉडी में और घुटना भी इससे बच नहीं सकता अगर इंफेक्शन घुटने के अंदर हो जाए और यह इन्फेक्शन घुटने में सूजन पैदा करता है जिससे कि घुटने में दर्द होने कि आशंका बढ़ जाती है !

घुटने की दर्द की आयुर्वेदिक में दवा - 


 40 साल की उम्र के बाद  अक्सर हड्डियां कमजोर पड़ जाती हैं और उन में दर्द होने लगता है घुटने के दर्द में आराम पाने तथा बचने के लिए 40 साल की उम्र के बाद पुरुषों को पतंजलि में मिलने वाले चंद्रप्रभा औषधि तथा स्त्रियों को स्त्री रसायन औषधि का सेवन करना चाहिए , इसके साथ साथ एलोवेरा का भी सेवन करना चाहिए यह हमें हड्डियों के रोगों से बचाता है ,दांतों के रोगों से, पित्त रोगों से बचाता है बल व आरोग्य तथा बुद्धि को भी बढ़ाता है इसी के साथ-साथ घुटनों के दर्द मैं आराम पाने के लिए हम पतंजलि में मिलने वाले गिलोय का सेवन कर सकते हैं पतंजलि में मिलने वाले गिलोय की गोलियां तथा गिलोय रस दोनों उपलब्ध होता है सुबह खाली पेट गिलोय रस का हम काढ़ा बनाकर तथा गिलोय की दो- दो गोलियों दोनों में से किसी भी चीज का सेवन कर सकते हैं हमारी हड्डियों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है !

यह सारी औषधियां आपको पतंजलि आरोग्य केंद्र से मिल जाती हैं।


पतंजलि मैं मिलने वाले चंद्रप्रभा तथा शिलाजीत हड्डियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है यह हड्डियों को मजबूत बनाती हैं  !

जिनकी भी हड्डियां कमजोर है वह शिलाजीत का सेवन 2-2 बूंद का सेवन सुबह शाम कर सकते हैं  यदि आपको ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम है तो आप शिलाजीत का सेवन ना करें।

या तो दूध के साथ अश्वगंधा के दो-दो कैप्सूल का सेवन भी सुबह शाम कर सकते हैं। 

घुटनों के दर्द में आराम पाने के लिए पतंजलि औषधि योगराज गुग्गुल की एक -एक गोलियों का सुबह शाम सेवन कर सकते हैं

 वातारि  चूर्ण का सेवन एक-एक चम्मच सुबह शाम कर सकते हैं यह भी हड्डियों को मजबूत बनाता है।

 पतंजलि में मिलने वाले पिदांत ऑइंटमेंट ट्यूब को भी घुटनों पर लगा सकते हैं इसी लगाने से पहले दिन से ही घुटनों के दर्द क्षमें 25 प्रतिशत राहत मिल जाएगी और लगभग 1 हफ्ते से 10 दिन तक लगातार पिदांत ऑइंटमेंट को लगाने से घुटनों तथा जोड़ों के दर्द में पूरी तरह से आराम मिल जाता है।


इन सारी आयुर्वेदिक औषधियों के साथ-साथ घुटने की दर्द से आराम पाने के लिए हम योग का भी सहारा ले सकते हैं', घुटनों के दर्द से आराम पाने के लिए हमें सुबह-सुबह कम से कम 1 घंटे कपाल भारती तथा अनुलोम विलोम योगा करना चाहिए योगा करने से लगभग 70 साल तक हम घुटने में होने वाले दर्द से बच सकते हैं !

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